शंभुनाथ शुक्ला- जनसत्ता जब निकला तब शुरू में जो साथी आये, उनमें सुरेश कौशिक भी थे। आज अभी गणेश झा की पोस्ट से सूचना मिली कि वे नहीं रहे। उनकी स्मृतियों को नमन! साथियों का बिछड़ते जाना कष्टदायी है। Adv ...